सोशल इंजीनियरिंग क्या है? कैसे बचें |




सोशल इंजीनियरिंग एक मानिपुरेटिव तकनीक है जिसमें किसी व्यक्ति को धोखा देकर उनका विश्वास जीतकर उनसे गोपनीय या महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की जाती है। इसमें हैकर या कोई दूसरा बुरा मकसद रखने वाला व्यक्ति सामाजिक मंच पर बदलाव करके लोगों को बेवकूफ बनाने की कोशिश करता है।

सोशल इंजीनियरिंग के कुछ प्रमुख तरीके होते हैं:

1. फिशिंग: इसमें हमलावर ईमेल, टेक्स्ट संदेश या नकली वेबसाइट का उपयोग करके व्यक्ति से उनके खाते के उपयोगकर्ता नाम, पासवर्ड या अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करता है।

2. प्रीटेक्स्टिंग: इसमें हमलावर किसी अनुभवी व्यक्ति या अधिकारी की भूमिका में बनकर व्यक्ति को धिक्कार देता है। फिर वह व्यक्ति का विश्वास जीतकर उनसे जानकारी प्राप्त करने की कोशिश करता है।

3. बेटिंग: इसमें हमलावर व्यक्ति को आकर्षक प्रस्ताव या कुछ पैसे की पेशकश करके उन्हें प्रलोभ

ित करता है। उदाहरण के लिए, संक्रमित USB ड्राइव्स को छोड़ना, जिससे हमलावर व्यक्ति के सिस्टम तक पहुंच सकता है।

सोशल इंजीनियरिंग से बचने के लिए कुछ सुरक्षा उपाय हैं:

1. जागरूकता: सोशल इंजीनियरिंग तकनीकों के बारे में जानकारी और जागरूकता होने से आप सतर्क रहेंगे और संदेहास्पद व्यक्ति या स्थिति को पहचान सकेंगे।

2. संदेह सत्यापन: किसी अज्ञात व्यक्ति या अधिकारी के दबाव में आकर जानकारी न दें। हमेशा व्यक्ति या संगठन की पहचान को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक सत्यापन कदम और प्रक्रियाएँ अपनाएं।

3. गोपनीय जानकारी: अज्ञात व्यक्तियों या अज्ञात प्रक्रियाओं के साथ अपनी गोपनीय जानकारी, जैसे बैंक खाता विवरण, क्रेडिट कार्ड जानकारी, या पासवर्ड साझा न करें।

4. मजबूत पासवर्ड: मजबूत और अद्वितीय पासवर्ड का उपयोग करें और नियमित अंतराल पर पासवर्ड बदलें।

5. अपडेट और सुरक्षा उपाय: अपने कंप्यूटर,

 स्मार्टफोन, और अन्य उपकरणों को अपडेट और सुरक्षित रखने के लिए एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर, फ़ायरवॉल, और अन्य सुरक्षा उपायों का उपयोग करें।

सोशल इंजीनियरिंग सेबचने के लिए जागरूकता, सतर्कता, और सुरक्षा उपायों का अमल करना महत्वपूर्ण है।

सोशल इंजीनियरिंग से बचने के लिए यहां कुछ अतिरिक्त सुरक्षा उपाय हैं:

1. अनुशासनपूर्वक इंटरनेट का उपयोग करें: सुरक्षा के मामले में सतर्कता बनाए रखने के लिए सावधानीपूर्वक इंटरनेट पर सफारी करें। अज्ञात लिंक्स पर क्लिक न करें और संदिग्ध वेबसाइटों से दूर रहें।

2. सावधानीपूर्वक ईमेल अटैचमेंट देखें: अज्ञात ईमेल अटैचमेंट्स को खोलने से पहले सतर्कता बरतें। अगर आपको कोई अज्ञात ईमेल अटैचमेंट मिलता है, तो उसे खोलने से पहले उसकी प्रामाणिकता और विश्वसनीयता की जांच करें।

3. अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सावधानीपूर्वक साझा करें: सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन मंचों पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी को सावधानीपूर्वक साझा करें। केवल विश्वसनीय और सुरक्षित स्रोतों पर ही अपनी जानकारी दें।

4. अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स का ध्यान रखें: सोशल मीडिया खातों और अन्य ऑनलाइन सेवाओं में अपनी प्राइवेसी सेटिंग्स को

 जाँचें और सुरक्षित रखें। केवल आवश्यकतानुसार जानकारी साझा करें और अनावश्यक या अज्ञात व्यक्तियों को अपने खातों की पहुंच न दें।

5. सतर्कता बरतें: आपके आस-पास व्यक्तियों के साथ बने रहें और संदेहास्पद व्यवहार को पहचानें। किसी भी अज्ञात व्यक्ति की अनुमति के बिना किसी भी प्रकार की जानकारी या दस्तावेज़ साझा न करें।

याद रखें, सोशल इंजीनियरिंग आपको धोखाधड़ी से बचने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। सतर्क रहें, अपनी जानकारी की रक्षा करें, और आवश्यक सुरक्षा उपायों का उपयोग करें।

Posted  by- Shakti Narayan Tripathi 😊

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