ऑनलाइन बुलींग को हिंदी में "ऑनलाइन छेड़छाड़" या "ऑनलाइन हमला" कहा जाता है। यह विशेष रूप से इंटरनेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर होने वाली नकारात्मक, आक्रामक और आपत्तिजनक गतिविधियों को समझाता है जिनका मुख्य उद्देश्य व्यक्ति को भावनात्मक और मानसिक तौर पर क्षति पहुंचाना होता है। ऑनलाइन बुलींग में आपत्तिजनक टिप्पणियाँ, अश्लील या आक्रामक संदेश, झूठी खबरों की प्रसारण, बदनामी, गलत चरित्रकथाएं और आपत्तिजनक तस्वीरें शामिल हो सकती हैं। इसके परिणामस्वरूप, ऑनलाइन बुलींग व्यक्ति के आत्मविश्वास, मानसिक स्थिति, और सामाजिक विचारधारा पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
ऑनलाइन बुलींग के कुछ उदाहरण शामिल हो सकते हैं:
1. नकारात्मक टिप्पणियाँ: ऑनलाइन बुलींग में, व्यक्ति को नकारात्मक टिप्पणियों से घेरा जा सकता है, जैसे कि उन्हें धमकाया जाए, ताना मारा जाए, अपमानित किया जाए या उनकी विचारधारा पर आक्रमण किया जाए।
2. सामाजिक मीडिया पर झूठी खबरें और अफवाहें: ऑनलाइन बुलींग में, किसी व्यक्ति को झूठी खबरें फैलाई जा सकती हैं या उसके बारे में गलत तथ्यों की प्रसारण की जा सकती है। इसके परिणामस्वरूप, उनकी छवि और स्थानिकता पर संकट आ सकता है।
3. बदनामी और व्यक्तिगत हमला: ऑनलाइन बुलींग के दौरान, व्यक्ति को बदनाम किया जा सकता है और उनकी व्यक्तिगतता पर हमला किया जा सकता है। यह व्यक्ति के इंटरनेट पर मौजूदगी को अस्थिर कर सकता है और उन्हें आत्मविश्वास के साथ संघर्ष करना पड़ सकता है।
4. शेयर की गई गलत तस्वीरें: ऑनलाइन बुलींग के माध्यम से, किसी व्यक्ति की गलत, आ
पत्तिजनक या शर्मनाक तस्वीरें शेयर की जा सकती हैं। यह उनकी छवि और आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकता है और उन्हें सामाजिक अवरोध की अनुभूति हो सकती है।
ये सभी उदाहरण ऑनलाइन बुलींग के माध्यमों को दर्शाते हैं जिनका उद्देश्य व्यक्ति को नुकसान पहुंचाना होता है, उनकी तारीफ, आत्मविश्वास और मानसिक संतुलन को क्षति पहुंचाना होता है।